UP Couple Missing : उत्तराखंड में इंदौर के एक कपल के लापता होने और उसके बाद पति की लाश मिलने से पूरे देश में सनसनी फैल गई थी और लगभग 15 दिन बाद पत्नी सही अवस्था में पुलिस के हाथ लग गई। मतलब राजा रघुवंशी का मर्डर उनकी पत्नी ने करवाया था पूरे देश में लोग इस मामले को लेकर उग्र हो गए थे। अब ऐसा ही एक मामला सिक्किम से सामने आ रहा है।
यूपी के कौशलेंद्र प्रताप सिंह और पत्नी अंकित सिंह हनीमून पर सिक्किम गए थे। कौशलेंद्र के पिता शेर बहादुर सिंह बेटे और बहू की तलाश में सिक्किम गए हुए हैं। 24 मई को लाचुंन लाचेन हाईवे पर उनकी कार भूस्खलन से तीस्ता नदी में गिर गई थी।
UP Couple Missing क्या है पूरा मामला
अभी तो राजा रघुवंशी के कत्ल का मामला ठीक से भूले ही नहीं थे कि एक और हैरान कर देने वाला मामला सामने आ गया है। दरअसल यूपी के निवासी कौशलेंद्र प्रताप सिंह अपनी पत्नी अंकित सिंह के साथ हनीमून के लिए सिक्किम गए थे लेकिन अब तक यह कपल वापस घर नहीं लौटा है। कौशलेंद्र प्रताप सिंह और अंकिता सिंह का विवाह 5 मई को हुआ था। वहीं 24 मई को यह कपल घर से सिक्किम के लिए निकला था लेकिन सिक्किम पहुंचने के पश्चात उनकी कार एक हादसे का शिकार हो गई एवं भूस्खलन प्रभावित मंगल जिले में तीस्ता नदी में 1000 फीट नीचे जा गिरी। खबरों से इस बारे में जानकारी मिली है कि जिस कार में यह नव विवाहित जोड़ा सवार था वह कार लोचन लाचुंग राजमार्ग पर मुन्सिथांग के पास कार सड़क से नीचे की तरफ फिसल गई उनके साथ यात्रा कर रहे 9 अन्य लोगों में से एक की मौके पर ही मौत हो गई एवं हादसे में दो अन्य लोग घायल हुए लेकिन 8 यात्री अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
UP Couple Missing बेटे बहू को खोजने के लिए सिक्किम पहुँचे पिता
कौशलेंद्र प्रताप सिंह के पिता शेर बहादुर सिंह अपने पुत्र और बहू की तलाश में सिक्किम पहुंच गए हैं। शेर बहादुर सिंह ने वीडियो संदेश के जरिए हाथ जोड़कर खास अपील करते हुए कहा कि “सिक्किम में एक नाले में वहां गिरने के बाद मेरे बेटे और बहू लापता है मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करता हूं कि वह अपने सिक्किम समकक्ष से खोज और बचाव अभियान में तेजी लाने का अनुरोध करें।” उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि ” जब तक वह उन्हें ढूंढ नहीं लेते वह अपने घर वापस नहीं जाएंगे। इस पर शेर बहादुर सिंह का यह मानना है कि यहां हमारा आठवां दिन है कई बार घटनास्थल के पास गए घटनास्थल से जो भी चीज मिली है उनमें से कुछ भी मेरे बेटे और उनकी पत्नी का नहीं है। जब तक मैं उन्हें नहीं ढूंढ लेता मैं घर नहीं लौटूंगा। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वह मेरे बेटे और बहू के जीवन के लिए प्रार्थना करें। ”
उधर लापता आठ पर्यटकों की खोज में एनडीआरएफ अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, वन विभाग, पर्यटन विभाग, टी ए एस और पुलिस के कर्मियों के प्रयास अब भी जारी है। हालांकि खराब मौसम कार्य में बाधा बना हुआ है।
8 वें दिन भी कोई सुराग नहीं मिला
घटनास्थल पर मौजूद अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लापता लोगों का अब तक कोई भी सुराग नहीं आया है । उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है की नदी के निचले इलाकों में व्यापक खोज की गई लेकिन उनका पता नहीं चल सका। इस गाड़ी में लगभग 11 लोग सवारी कर रहे थे जिनमें से दो लोगों की पहचान उड़ीसा में रहने वाले स्वयं सुप्रतिम नायक और साईं राज जोना के नाम से हुई है। जिन्हे दुर्घटना की रात ही बचा लिया गया था। अधिकारी ने इस बात की भी जानकारी दी है कि लापता 8 पर्यटकों में से चार उड़ीसा के है तथा दो-दो त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश के हैं।