Naga Sadhu भीनमाल का एक नागा साधु 47 डिग्री धूप में 11 दिनों से तपस्या में लीन
Naga Sadhu जालौर जिले के भीनमाल शहर के पास में एक साधु चर्चा का विषय बना हुआ है जो कि 11 दिनों इस इस 47 डिग्री तापमान वाली असहनीय धूप में बैठकर तपस्या कर रहा है उस साधु का नाम नवीन गिरी महाराज है. ये महाराज अपनी तपस्या दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच करते है जो 11 दिनों से चल रही है .उनकी तपस्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ।
राजस्थान के जालौर में भीषण गर्मी का दौर जारी है और नौतपा की भी शुरुआत हो गई है ऐसे में जहां आमजन भीषण गर्मी और आग उगलती धूप से परेशान है तो वहीं एक नागा साधु की तपस्या चर्चा में है जो अग्नि स्नान कर रहे है .वह आग के बीच बैठकर तपस्या कर रहे है .उन्हें दूर दराज से लोग देखने के लिए पहुंच रहे है ।
जालौर के भीनमाल में एक नागा साधु तेज धूप के बीच तपस्या कर रहे है .भीनमाल क्षेमकरी माता तलहटी के पास हनुमान भाखरी के पीछे महाकालेश्वर धाम परिसर में नागा साधु अपने आश्रम में इन दिनों 11 दिन की तपस्या करेंगे।
3 घंटे धूप में रहते है तपस्या लीन
नवीन गिरी महाराज 26 मई से 6 जून तक दोपहर 12 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक कड़ी धूप में तपस्या को करेंगे .इस तपस्या के दौरान आग का एक गोल घेरा बनाया जाता है जिसके बीच में बैठकर वह तपस्या के रहे है उनका तपस्या करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है लोग हैरान है कि आखिरकार इस भीषण गर्मी के बीच जहां लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल है वहीं कड़ी धूप के बीच तपस्या करना बेहद मुश्किल है ।
दूर दराज के लोग पहुंच रहे बाबा के पास
इसी बीच दूर दराज के लोग आकर बाबाजी के हाल जान रहे है भीनमाल में सामान्य तौर पर अधिकतम तापमान 45 डिग्री से भी अधिक रहता है ऐसे में भीषण गर्मी में नागा साधु की तपस्या को देखने के लिए दूर दराज से लोग पहुंच रहे है जालौर में लगातार गर्म हवाएं चल रही है .जिससे मौसम और गर्म हो जाता है ऐसे में लोगों के पसीने छूट जाते है लेकिन ये नागा साधु नवीन गिरी इस कड़ी धूप में तपस्या में लीन है नवीन गिरी महाराज 12 से 3 बजे तक कड़ी धूप पर साधना स्थान पर बने बीच घेरे में आग जलाई जाती है जिसमें वह बिना किसी वस्त्र का सहारा लिए तपस्या कर रहे है ।
राजस्थान में यह साधना होना बहुत बड़ी बात है समय समय पर विभिन्न जगहों पर लोग साधना करते रहते है ऐसी ही एक तपस्या कुछ समय पहले जालौर जिले के रानीवाड़ा क्षेत्र में एक साधु जी जिन्होंने काफी समय तक साधना की थी और उस समय भी काफी कड़ी धूप थी और उस धूप में उन्होंने जमीन के अंदर बैठकर यह साधना की थी उस समय उन्होंने केवल गला ओर दोनों हाथ बाहर रखे थे जिससे उनकी ऐसी आस्था और साधना पहली बार सुनी थी ।उस समय की गई साधना की काफी चर्चा थी और लोग विभिन्न जगहों से दूर दराज से उन गुरु जी के दर्शनार्थ आते थे ।
भीनमाल में भी नवीन गिरी महाराज चारों तरफ आग का गोला बनाकर उसको जब तक साधना चलती है तब तक आग लगी हुई रहती है ओर बीच में बैठकर यह साधना करते है । उन्हें इस तपती धूप में यह करना कितनी कठिनाई होती होगी ये तो वे साधु ही जाने जिन्होंने इस कठोर तपस्या को अंजाम तक पहुंचाया हो ।
महाराज जी कहते है कि कोई भी कार्य को जब आप करने की ठान लेते है ओर दिल में करने की इच्छा हो तो भगवान जरूर पूरा करते है ।