Madan Dilawar news : अपने उटपटांग बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को आज मीडिया के सामने शर्मिंदा होना पड़ा। यह पूरा वाक्य मदन दिलावर के जन संवाद कार्यक्रम में हुआ
राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर बारां दौरे पर थे इस दौरान उन्होंने जिला परिषद सभागार में खुली जनसुनवाई की उन्होंने आमजन की समस्याएं सुनी और उनके समाधान के प्रयास किए। उसी दौरान एक रोचक वाकया देखने को मिला जिससे शिक्षा मंत्री को प्रेस के सामने शर्मसार होना पड़ा।
Madan Dilawar news मुझे अंग्रेजी नहीं आती
जनसुनवाई में मौजूद छात्रा दामिनी हाडा में जब शिक्षा मंत्री से अंग्रेजी भाषा में बातचीत करनी शुरू की तो मंत्री हैरान रह गए। फिर हंसते हुए अपने कान पकड़े और हाथ जोड़कर छात्रा का अभिवादन किया उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा मैं तो गांव का आदमी हूं मुझे अंग्रेजी समझ में नहीं आती, बेटा आप हिंदी में बात कीजिए।
लड़की ने कहा आप तो शिक्षा मंत्री हो आपको हर भाषा का ज्ञान होना चाहिए चाहे हिंदी हो अंग्रेजी हो या राजस्थानी भाषा। तो शिक्षा मंत्री बगले झांकने लगे उनको जवाब देते नहीं बना उन्होंने पुनः दोहराया कि नहीं मैं हिंदी में ही बात करूंगा फिर लड़की ने अपनी बात हिंदी में की ।
इसके बाद छात्रा दामिनी ने जिले के सरकारी स्कूलों की दुर्दशा, बदहाल भवन, शिक्षकों की कमी और संसाधनों के अभाव के बारे में अवगत करवाया उसने बताया कि कैसे सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के हालत चिंता जनक बने हुए हैं।
Madan Dilawar news कांग्रेस सरकार पर लगाए आरोप
इस वाकये के बाद ध्यान आकर्षित करने के लिए शिक्षा मंत्री दिलावर ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में बने महात्मा गांधी विद्यालयों को थर्ड क्लास बताया। उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार ने पहले चरण तक अच्छे विद्यालय खोले थे बाद में जहां भवन नहीं थे वह भी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोल दिए हिन्दी के शिक्षक अंग्रेजी पढा रहे हैं । दरअसल मंत्री दिलावर बारां दौरे पर थे उसी दौरान उनसे सरकारी अंग्रेजी विद्यालयों को बंद करने के संबंध में सवाल पूछे गए उन्होंने कहा मैं अंग्रेजी पढ़ाने या सीखने के खिलाफ नहीं हूं लेकिन अंग्रेजी पढ़ाने वाले शिक्षक होने चाहिए विधानसभा में विपक्ष अभी परिपक्व नहीं है।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि हमारी सरकार जल्द ही प्रदेश के 50000 शिक्षकों की पदोन्नति करेगी उन्होंने पिछली सरकार पर अपने 5 साल के कार्यकाल में थर्ड ग्रेड शिक्षकों को पदोन्नति नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि 50000 शिक्षकों को जल्द ही पदोन्नति मिलेगी।
नए शिक्षा सत्र मे होंगे बदलाव
आगे मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नए शिक्षा सत्र में सरकार कई बदलाव करेंगी। उन्होंने कहा कि नए सत्र मे पदोन्नती के अलावा रिक्त पदों को भी जल्द भरा जाएगा जिससे शिक्षा व्यवस्था मे सुधार होगा।
मंत्री ने दावा किया कि इन फैसलों से बच्चों की शिक्षा पर सकारात्मक बदलाव होगा। मंत्री ने ये भी निर्देश दिए कि परीक्षा परिणाम पर शिक्षकों की जवाबदेही तय की जाएगी. प्रत्येक बच्चे के कम से कम 50% अंक आने चाहिए.
अगर बच्चे 80 मे से 40 अंक नहीं लाते है तो भी वे पास हो जाते है लेकिन ऐसा होना शिक्षक की असफलता है. उन्होंने कहा अब रीटोटलिंग के साथ साथ रे चेकिंग की भी सुविधा प्रदान की जाएगी.
इसके अलावा माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परिक्षाओं के पेपर भी 3_4 खण्डों मे बनाए जाएंगे ताकि विद्यार्थियों को ज्यादा विकल्प मिल सके. पेपर तैयार करने मे अब अच्छे विशेषज्ञ शिक्षकों को बुलाया जाएगा ताकि प्रश्न पत्र तैयार करने मे कोई खामी ना रहे. इस नई व्यवस्था से पेपर लीक और नकल माफियाओं पर भी अंकुश लगेगा. इससे परीक्षा प्रक्रिया ओर अधिक पारदर्शी होगी.
अब परीक्षा परिणाम कम रहने पर शिक्षकों की जवाबदेही तय की जाएगी. परिनाम कम रहने पर शिक्षकों का ट्रांसफ़र किया जाएगा और 17 CCA की कार्यवाही भी ki जाएगी.