Jaipur Picnic incident : प्रदेश की राजधानी जयपुर से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। टोंक की बनास नदी में डूबने से आठ दोस्तों की मौत हो गई है। मरने वाले सभी लोग जयपुर के रहने वाले थे। ये पिकनिक मनाने गए थे। तीन युवक खाना बना रहे थे इसलिए वे बच गए।
एसपी विकास सांगवान ने बताया कि हादसा आज मंगलवार दोपहर 1:15 पर सदर थाना क्षेत्र के कच्चा बांध पुराना बनास पुलिया पर हुआ। डूबने से आठ युवाओं की मौत हो गई। एसपी ने आगे बताया कि ये सभी दोस्त थे। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि इनमें से कुछ युवक नहाने के लिए नदी में उतरे थे और डूबने लगे इन्हें बचाने के लिए बाकी दोस्त भी नदी में कूद गए और वह हादसे का शिकार हो गए।
Jaipur Picnic incident किनकी हुई मौत
आजाद हुसैन उर्फ बल्लू (36) पुत्र इस्लामुद्दीन निवासी लोहार का खुर्रा, घाट गेट जयपुर, कशब खान पुत्र नौशाद(19) निवासी राय कॉलोनी हसनपुरा जयपुर ,फरहान(18) पुत्र अशफाक निवासी राय कॉलोनी हसनपुरा जयपुर ,नौशाद(35) पुत्र साकिर निवासी राय कॉलोनी हसनपुरा जयपुर, नवाब(28) पुत्र रईस कच्ची बस्ती पानी पेज जयपुर, साजिद(20) पुत्र रईस कच्ची बस्ती पानी पेज जयपुर, रिजवान (29) पुत्र बाबू खान इमाम चौक घाट गेट जयपुर, कासिम (28) पुत्र मुख्तियार अहमद ब्राह्मणों का घेर महावतो का मोहल्ला घाट गेट जयपुर।
वही खाना बना रहे तीन युवक शाहरुख(30) निवासी घाट गेट, सलमान (26) निवासी घाट गेट, समीर(32) निवासी घाट गेट को बचा लिया गया।
Jaipur Picnic incident एक ही परिवार के पांच लोग
इस हादसे मैं मरने वालों में पिता _पुत्र, भाई, जीजा_ साला और रिश्तेदार है। पानी पेज के रहने वाले रईस के दो बेटों नवाब और साजिद की हादसे में मौत हो गई। रईस ने बताया दोनों बेटों को जाने से मना किया था लेकिन बड़ा बेटा नहीं माना घटना की सूचना मिलने के बाद से ही परिवार में मातम का माहौल है। मां, दादी और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है मां और दादी ने कहा अब कोई बुढ़ापे का साहरा नहीं रहा।
नवाब और साजिद के पिता रईस ने बताया आज 2:00 बजे ससुराल से कॉल आया कि यहां आओ मैं वहां गया तभी हादसे का पता चला। दोनों बेटे कमाने वाले थे दोनों ही खत्म हो गए । अब घर में कमाने वाला कोई नहीं रहा। चार लड़कियों में से दो की शादी हो गई है। इस हादसे में एक बेटी के पति की भी मौत हो गई। इसके अलावा साढु के लड़के और पोते की भी मौत हो गई। हमारे एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई है।
रईस ने आगे बताया वे अक्सर घूमने जाते रहते थे। रात में कह कर गए थे कि घूमने जा रहे हैं। मैंने मना भी किया था मगर बड़ा बेटा नवाब नहीं माना और छोटे लड़के को भी साथ ले गया। नवाब और साजिद की बहन शाहीरा ने बताया मुझे 3:30 बजे खबर मिली थी कि भाइयों का एक्सीडेंट हो गया है। मैं नानी के वहां थी। वहां से यहां आई। आते वक्त फोन में देखा कि मेरे दोनों भाई खत्म हो गए । शाहिरा ने बताया मेरी बहन के पति रिजवान की भी मौत हो गई। उनके दो साल की छोटी बच्ची है। हसनपुरा में रहने वाले नौशाद मेरी मौसी के भाई है के बेटे कशाब दोनों ही नहीं रहे। सब साथ घूमने गए थे। रात को 11:00 बजे के आसपास बात हुई थी उन्होंने बोला था कि हम घूमने जा रहे हैं चलो लेकिन मेरे पति ने मना कर दिया तो मैं नहीं गई। अब मेरी मां का कोई सहारा नहीं बचा।
नवाब स्कूल की गाड़ी चलाता था उसी स्कूल की गाड़ी से सभी लोग घूमने गए थे। वहीं छोटा भाई साजिद एक कंपनी में काम करता था।
उधर हेरिटेज नगर निगम जयपुर की मेयर कुसुम यादव घाट गेट निवासी मृतक कासिम, रिजवान और आजाद के घर पहुंची। मेयर ने अमृत के परिजनों को दुख की घड़ी में प्रशासन और सरकार के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया जनाजे से पहले घाट गेट स्थित लोहार की मस्जिद पर सामूहिक नमाज अदा की गई। उसके बाद शवों को घाट गेट स्थित कब्रिस्तान लाया गया। मृतक दोनों भाई नवाब और साजिद के साथ एंबुलेंस के जरिए पानी पेज कच्चा बस्ती स्थित घर ले गए थे। दोनों बेटों के शव देखकर पिता रईस रो पड़ तो लोगों ने उन्हे ढांढस बंधाया ।
जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी बोले यह घटना काफी दुखद है। सरकार की तरफ से हर संभव मदद की जाएगी और तत्काल कार्रवाई कर दी गई है। उन्होंने कहा यहां खनन होता है लेकिन यह हादसा खनन की वजह से नहीं हुआ है नदी के बहाव के दौरान इस तरह की गड्ढे हो जाते हैं इनमें कितनी भी मिट्टी या पत्थर भरे बहाव से दोबारा गड्ढे हो जाएंगे इसके लिए यही है कि लोगों को जागरूक करें यहां तारबंदी करें।
मृतकों के परिजनों ने जाहिर की नाराजगी
हादसे के बाद मृतकों के परिजनों और रिश्तेदारों ने प्रशासन पर नाराजगी जाहिर की। मृतक आजाद के रिश्तेदार मोइनुद्दीन ने बताया कि प्रशासन हर बार हादसे के बाद तो अलर्ट होता है लेकिन बनास नदी हो या कोई अन्य पिकनिक स्पॉट हो वहां प्रशासन की ओर से किसी तरह की तैयारी नहीं होती कि ऐसे हादसों पर अंकुश लगाया जा सके। ना वहां कोई सिपाही तैनात रहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि बनास में बजरी माफिया का राज है जिसके कारण वहां व्यवस्थाएं उचित तरीके से नहीं होती ।
टॉक विधायक सचिन पायलट बोले ये सभी दोस्त थे और आपस में रिश्तेदार भी थे आठ लोग नदी में उतरे थे बाकी तीन लोग जो बाहर खाना पका रहे थे वही बच पाए । सरकार और प्रशासन ने भी उनकी आर्थिक मदद के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। मैंने प्रशासन से कहा है कि पूरे एरिया में टेक्निकल टीम को भेज कर ऑडिट और सर्वे करवाया जाए ताकि जहां चेक पोस्ट लगाना है, नाकाबंदी करनी है या फिर सेफ्टी के हिसाब से जो भी कदम उठाए जा सकते हैं वह करवाया जाए ।
मृतक रिजवान के चाचा राशिद ने बताया कि सोमवार को घर पर बकरा ईद का फंक्शन था। जिसके बाद यह सभी रात को 12:00 बजे चाकसू पिकनिक मनाने की बात बोलकर घर से निकले थे और आज जैसे ही उनके हादसे में मौत की जानकारी मिली तो परिवार में खुशियों के बाद मातम छा गया हालांकि परिवार में महिलाओं को अभी तक इन युवकों की मौत की जानकारी नहीं दी गई है ऐसे में तमाम उनके रिश्तेदार आस पड़ोस के लोग यहां पहुंचे हैं।