IPL Star shashank singh : आईपीएल में देश को अनगिनत सुपरस्टार दिए हैं। बुमराह, अश्विन जैसे प्लेयर भी आईपीएल की खोज थे जो आज देश के सुपरस्टार बने हुए हैं यह क्रिकेटर देश की राष्ट्रीय टीम के ऐसे सुपरस्टार है जो अपने दम पर मैच का पैसा पलट सकते हैं। आज हम चर्चा करेंगे एक ऐसे ही सुपरस्टार की जो आईपीएल विजेता बनने से केवल एक हिट दूर रह गया था।
आईपीएल 2025 का फाइनल मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स के बीच एक रोमांचक मुकाबले का गवाह बना। भले ही यह खिताबी मुकाबला आरसीबी ने 6 रन से जीत कर अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी हासिल कर ली लेकिन पंजाब किंग्स के धाकड़ बल्लेबाज शशांक सिंह ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया।
यह खिलाड़ी पंजाब की टीम को जीत दिलाने के लिए आखिरी ओवर तक लड़ाई लड़ता रहा और टीम को जीत ना दिलाने पर बीच मैदान फूट फूट कर रोने लगा।
IPL Star shashank singh हारने पर फ़ूट फ़ूट कर रोया
पंजाब किंग्स के बल्लेबाज IPL Star shashank singh इस मैच में अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे उन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया। शशांक ने फाइनल मैच में 30 गेंद पर नाबाद 61 रन की धुआंधार पारी खेली, जिसमें 6 छक्के और तीन चौके शामिल रहे। खासकर आखिरी ओवर में उन्होंने जोश हैजलवुड जैसे अनुभवी गेंदबाज के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाया और टीम को जीत के करीब पहुंचाने की पूरी कोशिश की। हालांकि सीनियर खिलाड़ियों की जल्दी आउट होने के बाद शशांक पर दबाव बढ़ गया था। शशांक ने अकेले दम पर लड़ाई जारी रखी लेकिन आखिरी ओवर में जरूरी रन नहीं बना सके और पंजाब को हार का सामना करना पड़ा।
मैच खत्म होने के बाद IPL Star shashank singh मैदान पर ही भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू छलक पड़े । हार का गम उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था। फ्रेंड्स ने सोशल मीडिया पर उनकी इस पारी की जमकर तारीफ की और उन्हे असली फिनिशर करार दिया । फैंश ने उनकी हिम्मत और दबाव में शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्हें भारतीय टीम में शामिल करने की मांग भी उठाई।
IPS रहे है शशांक सिंह के पिता
शशांक सिंह की कहानी प्रेरणादायक है। छत्तीसगढ़ के भिलाई में जन्मे शशांक के पिता शैलेश सिंह एक आईपीएस अधिकारी रहे हैं, जिन्होंने मध्य प्रदेश पुलिस में अपनी सेवाएं दी। शैलेश हमेशा से चाहते थे कि उनका बेटा क्रिकेटर बने शशांक ने भी अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। वह मुंबई के बंगाली से लेकर छत्तीसगढ़ के लिए घरेलू क्रिकेट तक खेले और अपने मेहनत से आईपीएल में जगह बनाई । पंजाब किंग्स ने शशांक को 2024 में खरीदा था वही इस साल भी उनको रिटेन किया गया था।
शशांक सिंह की माता सुनीता सिंह रिलायंस कंपनी में कार्यरत रही थी और उनके समर्पण ने शशांक को आत्मनिर्भर बनाया। उनकी बहन श्रुति सिंह ओएनजीसी में कार्यरत है और हमेशा अपने भाई के करियर में सक्रिय सहयोग करती रही है इसका उदाहरण उनके घर पर ही मिलता है। शशांक के लिए उनके पिता ने घर पर ही टर्फ पिच बनवा दी थी। यही वह मैदान बना जहां एक खिलाड़ी की नींव रखी गई। शशांक ने कम उम्र से ही क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया था। उनके पिता ने उन्हें हर संसाधन उपलब्ध करवाया।
शशांक ने अपने पैशेवर क्रिकेट की शुरुआत मुंबई से की थी लेकिन भीषण प्रतिस्पर्धा के कारण उन्हें ज्यादा मौके नहीं उन्होंने फिर छत्तीसगढ़ रणजी टीम से जुड़ने का फैसला लिया यही उनके करियर का टरनिंग प्वाइंट साबित हुआ। भिलाई में जन्मे शशांक छत्तीसगढ़ से भावनात्मक रूप से जुड़े रहे उनके परिवार वर्षों तक छत्तीसगढ़ से जुड़ा रहा था। छत्तीसगढ़ में नए अवसर मिलने से उन्हें खुलकर खेलने का अवसर मिला। छत्तीसगढ़ के क्रिकेट प्रेमियों ने भी उन्हें अपना लिया और लगातार प्रोत्साहित किया।